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भाजपा कार्यालय में प्रधानमंत्री मोदी। |
भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को 7 बागी नेताओं को 6 साल के लिए सस्पेंड कर दिया है। ये नेता टिकट नहीं मिलने से नाराज थे और निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल कर चुके हैं। दरअसल, पार्टी ने निलंबन की कार्रवाई ठीक उस दिन की, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात में 8 रैलियां कर रहे हैं। इसके पहले मोदी अचानक प्रदेश भाजपा मुख्यालय 'कमलम' पहुंचे। राजकोट से अहमदाबाद पहुंचने के बाद उनका राजभवन जाने का कार्यक्रम था, लेकिन उसे स्थगित कर चुनावी बैठक की। सस्पेंड किए गए नेता दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र अंचल के हैं।
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निलंबन की कार्रवाई सोमवार को भी हो सकती है, क्योंकि यह नाम वापसी की अंतिम तारीख है। इनमें वड़ोदरा के बाहुबली नेता मधु श्रीवास्तव का नाम भी शामिल है। गुजरात में लगातार सातवां कार्यकाल पाने की चाह में जुटी भाजपा ने मौजूदा 42 विधायकों को टिकट नहीं दिया है। जिन नेताओं को सस्पेंड किया गया, उनमें नांदोद सीट से हर्षद वसावा, केशोद से अरविंद लाडाणी, धांगद्रा से छत्रसिंह गुंजारिया, पारडी से केतन पटेल, राजकोट ग्रामीण से भरत चावड़ा, वेरावल से उदय शाह और राजुला से करण चारैया शामिल हैं। भाजपा ने पहली सूची में 38 विधायकों को टिकट नहीं दी थी।
नया अंदाजः ख्वाहिश है नरेंद्र का रिकॉर्ड भूपेंद्र भाई तोड़ें
इस बार पीएम नरेंद्र मोदी का घर-घर व बुजुर्गों तक पहुंचने का नया अंदाज देखने को मिल रहा है। जनसभा खत्म होने पर मोदी लोगों से अनुरोध कर पूछते हैं कि आप मेरा एक काम करोगे ? लोगों के 'हां' बोलते ही सभा स्थल का नाम लेते हुए आग्रह करते हैं कि घर जाकर बुजुर्गों से कहना कि नरेन्द्रभाई आए थे, आपको याद कर रहे हैं। आपको प्रणाम भेजा है। शनिवार को बलसाड की सभा के बाद ये मंत्र मोदी ने रविवार को धोराजी की सभा में भी दोहराया। उन्होंने ख्वाहिश भी जताई कि जीत का अंतर ऐसा हो कि नरेंद्र के सारे रिकॉर्ड भूपेंद्र भाई तोड़ डालें।
रूपाणी और पूर्व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल समेत कई बड़े नेता शामिल थे। गुजरात में भाजपा को 2017 के चुनाव में 182 में 99 सीटें मिली थीं।
प्रो इन्कंबेंसी: विकास को वोट में तब्दील करने का मंत्र दियानरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद गुजरात में तीन मुख्यमंत्री बदले जा चुके हैं। ऐसे में 27 साल से गुजरात की गद्दी पर काबिज भाजपा को एंटी इन्कंबेंसी जैसी चिंताएं भी हैं। बैठक में पीएम ने अपने विकास के कार्यों को जनता तक पहुंचाकर उसे प्रो इन्कंबेंसी में बदलने का मंत्र दिया। कहा- जो किया, उसे जनता तक लाओ।
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