मोबाइल की तरह स्मार्टवॉच को भी सायबर अटैक का ज़रिया बना सकते हैं हैकर्स। इसका इस्तेमाल करते वक़्त सावधानिशयां बरतें और कुछ जरूरी बातों का ध्यान भी रखें।

मोबाइल की तरह स्मार्टवॉच को भी सायबर अटैक का ज़रिया बना सकते हैं हैकर्स। इसका इस्तेमाल करते वक़्त सावधानिशयां बरतें और कुछ जरूरी बातों का ध्यान भी रखें।

स्मार्टवॉच से आप अपनी सेहत पर नजर रखने के साथ-साथ इसमें मेसेंज, कॉल, जीपीएस और सोशल मीडिया का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। इसमें सुविधाएं कई हैं लेकिन यह घड़ी मोबाइल और एप्स से जुड़ी होती है इसलिए सायबर हमले का डर यहां भी है। दरअसल स्मार्ट घड़ी आपके शरीर के घटकों (बॉडी कंपोजीशन) और गतिविधियों पर नजर रखती है। मोबाइल एप घड़ी से जुड़ा होता है जिसमें सारा डेटा सुरक्षित होता है। यह डेटा आपके मोबाइल से कंपनी के सर्वर तक लगातार जाता रहता है। इस स्थिति में सायबर हमले दो प्रकार से हो सकते हैं, पहला हैकर्स आपके मोबाइल का डेटा चुरा सकते हैं और दूसरा कि वे कंपनी की वेबसाइट हैक करके सारा डेटा निकाल सकते हैं। ये डेटा थर्ड पार्टी एप्स तक भी पहुंच जाता है जिसके कारण सायबर हमले का डर बना रहता है।

स्मार्टवॉच में बहुत ज़्यादा सिक्योरिटी फीचर नहीं होते इसलिए सुरक्षा का ध्यान आपको ही रखना होगा।

ये फीचर जोख़िम बढ़ा सकते हैं...
ब्लूटूथ-

1.ब्लूटूथ की मदद से हैकर्स आपकी डिवाइस तक पहुंचने के लिए मालवेयर इंस्टॉल कर देते हैं ताकि वे आपके डिवाइस को दूर से नियंत्रित कर सकें।

2.हमले के दौरान सायबर अपराधी फोनबुक, मैसेज, तस्वीर, ई-मेल, कैलेंडर, पासवर्ड, फोटो व अन्य निजी जानकारी तक पहुंच सकते हैं। वे इसकी चोरी कर सकते हैं। इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से फोनबुक और डेटा चुराने के लिए किया जाता है।

3.हैकर्स फोन पर होने वाली बातचीत को सुन सकते हैं या फिर बातचीत को थर्ड पार्टी को दे सकते हैं। 

4.हैकर्स एसएमएस पढ़ सकते हैं और उसका जवाब भी दे सकते हैं।

5.डिवाइस के मालिक को सचेत किए बिना कॉल कर सकते हैं। ऑनलाइन खातों या फिर एप्स तक भी पहुंचना भी उनके लिए आसान है।

जीपीएस-

स्मार्टवॉच का जीपीएस आपकी गतिविधियों का डेटा इकट्ठा करता है। इससे पता चलता है कि आप कब कहां से और कितने बजे निकले हैं या कहां-कहां जाते हैं। हैकर्स आपकी गतिविधियों पर नज़र रख सकते हैं जो सुरक्षा के लिहाज से सही नहीं है।

कैसे सुरक्षित रखें स्मार्टवॉच को जानिए :
1.घड़ी को सुरक्षित रखने से पहले मोबाइल को सुरक्षित रखें। सार्वजनिक वाईफाई इंटरनेट कनेक्शन से दूर रखें।

2.संवेदनशील स्थानों पर जाते समय ट्रैकिंग बंद कर सकते हैं।यह सुविधा लगभग हर स्मार्टवॉच में होती है।

3.जब घड़ी का उपयोग न हो तो इसे बंद कर दें या फोन का ब्लूटूथ कनेक्शन बंद कर दें ताकि यह फोन से डिसकनेक्ट हो जाए। किसी भी ऐसी डिवाइस के साथ पेयर न करें, जिसे पहचानते नहीं हैं। अजनबियों की तरफ से आने वाले किसी भी पेयरिंग रिक्वेस्ट को कभी भी स्वीकार न करें।

4.अपने मोबाइल और स्मार्टवॉच का सॉफ्टवेयर अपडेट रखें ताकि हैकर्स सुरक्षा खामियों का फ़ायदा न उठा सकें।

5.घड़ी का जीपीएस ऑन होने के कारण आपकी गतिविधियां भी ट्रैक होती रहती हैं। इसलिए सेटिंग विकल्प में जाकर लोकेशन सर्विस बंद कर दें।

6.मोबाइल के ब्लूटूथ के माध्यम से संवेदनशील जानकारी साझा करने से बचें। इसमें बैंक की जानकारी, पासवर्ड, निजी फोटो व अन्य निजी जानकारी शामिल है।

7.स्मार्ट वॉच का डेटा रोज डिलीट करते रहें। रात में हैकर्स अधिक सक्रिय रहते हैं इसलिए इस दौरान मोबाइल का इंटरनेट बंद रखें और घड़ी को बंद कर दें।

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