चर्चा में | रिषभ पंत, भारतीय विकेट कीपर

दिल्ली में मैच खेलने के लिए रात 2:30 बजे रुड़की से जाते थे।
भारतीय टीम के विकेट कीपर रिषभ पंत हाल ही में दुर्घटना के शिकार हो गए। पंत को गंभीर चोटें आई हैं।

जन्मः 06 अक्टूबर 1997, रुड़की
शिक्षा: बीकॉम (दिल्ली यूनिवर्सिटी)
परिवार: पिता स्व. राजेंद्र पंत, मां- सरोज पंत, बहन- साक्षी पंत
संपत्ति- 70 करोड़ रुपए

साल 2020 में ऑस्ट्रेलिया में चार मैचों की बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज हुई। पहले मैच की दूसरी पारी में भारतीय टीम 36 रन पर आउट हो गई। इसके बाद रिषभ पंत को टीम में चुना गया। पंत ने सिडनी में तीसरे मैच में 97 रन की पारी खेलकर मैच ड्रा कराया। गावा में चौथे मैच में 89 रन की नाबाद पारी खेलकर टीम को ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक जीत दिलाई। आईसीसी ने टेस्ट टीम ऑफ द ईयर 2021 के लिए इन्हें चुना। हालांकि एक साल पहले तक परिस्थितियां ठीक उलट थीं। 2019 में हुए क्रिकेट वर्ल्ड कप से बाहर होने के बाद भारतीय टीम में सबसे ज्यादा आलोचना रिषभ पंत की हो रही थी। नौबत यहां तक आ गई कि नवंबर में बांग्लादेश के खिलाफ हुए टी-ट्वेंटी में उनकी खराब फील्डिंग पर दर्शक 'धोनी-धोनी' के नारे लगाकर पंत को चिढ़ाने लगे। एक साक्षात्कार में पंत ने कहा 'क्रिकेट में हमेशा उतार-चढ़ाव आते हैं और मैं इन्हीं से सीखता हूं'। पंत हर सीरीज के बाद अपना किट बैग जूनियर क्रिकेटर्स को दे देते हैं। बीसीसीआई का कॉन्ट्रैक्ट मिलने के बाद से ऐसा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनके कोच तारक सिन्हा भी बल्लेबाजी, कीपिंग से जुड़ा सामान, जूते और बैट उन्हें देते थे। पंत को पहाड़ों पर ट्रैकिंग करना बहुत पसंद है। वे कॉफी और पनीर पराठे के दीवाने हैं।

शुरुआती जीवन पिता भी यूनिवर्सिटी लेवल पर खेले क्रिकेट :

रिषभ पंत का जन्म उत्तराखंड के रुड़की में राजेंद्र और सरोज पंत के यहां हुआ। राजेंद्र निजी कंपनी में मैनेजर थे। पूरा परिवार एक कमरे के मकान में रहता था। पिता राजेंद्र भी यूनिवर्सिटी स्तर पर क्रिकेट खेल चुके थे, ऐसे में वे चाहते थे कि रिषभ भी क्रिकेटर बनें। पंत बचपन में कपड़े धोने की मोगरी से क्रिकेट खेलते थे। ऐसे में पिता ने मात्र 5 साल की उम्र में उन्हें बैट पकड़ा दिया। क्रिकेट की अच्छी कोचिंग के लिए दिल्ली के सोनेट क्रिकेट क्लब में भर्ती कराया। 12 साल की उम्र में रिषभ मां के साथ रुड़की से दिल्ली क्लब में खेलने जाते। रात में ढाई बजे रुड़की से बस में बैठते, सुबह 6 बजे पहुंचकर दिल्ली में मैच खेलते। दिल्ली में रहने का ठिकाना नहीं था, तो मोती बाग के गुरुद्वारे में मां के । साथ रात रुकते। वह खेलने निकल जाते, तो मां गुरुद्वारे में सेवादारों के साथ सेवा में जुट जातीं। मां-बेटे के संघर्ष को देखते हुए राजेंद्र परिवार के साथ दिल्ली शिफ्ट हो गए।

करियरः पहले एशियाई विकेटकीपर जिसने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में जड़ा टेस्ट शतक

पंत ने 2015 में रणजी ट्रॉफी से अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट की शुरुआत की। हालांकि असली सुर्खियां 2016 के अंडर-19 वर्ल्ड कप में मिलीं। उन्होंने मात्र 18 गेंदों में 50 रन बना दिए जो कि एक रिकॉर्ड है। इसी साल आईपीएल में उन्हें दिल्ली डेयर डेविल्स ने खरीद लिया। रिषभ एशिया के पहले ऐसे विकेटकीपर हैं जिन्होंने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट में शतक जड़ा है। पंत ने 33 टेस्ट, 30 वनडे और 66 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं, जिसमें टेस्ट मैच में उनके नाम 5 शतक हैं। पहले भारतीय विकेट कीपर हैं जिनके नाम एक टेस्ट मैच में सबसे ज्यादा 11 डिसमिसल हैं। यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाया था।

रोचक और विवाद : खिलाड़ियों को मैदान से वापस बुलाया

•पिछले साल 22 अप्रैल को आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ खेले गए मैच में अंपायर के निर्णय से नाराज होकर टीम के साथियों को मैदान से वापस बुला लिया था, जिसके बाद इन्हें तीखी आलोचना का सामना करना पड़ा। हालांकि मैच बाद में खेला गया।

• रिषभ पंत अपने राज्य उत्तराखंड के ब्रैंड एंबेस्डर हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने अगस्त 2022 में ही उन्हें 'राज्य ब्रैंड एंबेस्डर' घोषित किया है।

• इनके कोच तारक सिन्हा ने अधिक मौकों के लिए इन्हें दिल्ली के बजाय राजस्थान से खेलने के लिए कहा था। कोच की बात मानकर राजस्थान के लिए खेलने पहुंच गए थे, लेकिन यहां उन्हें 'बाहरी' बताकर बाहर कर दिया गया।

•ऑस्ट्रेलियाई लेजेंड विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट पंत के आदर्श हैं। पंत ने कई बार कहा है कि वो बचपन से ही गिलक्रिस्ट को फॉलो करते हैं। उनका प्लेइंग स्टाइल भी गिलक्रिस्ट से काफी मिलता है।

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